अपादानकारक - अर्थ एवं प्रयोग - (उदाहरण-सहित)

अगर क्रिया के संपादन में कोई वस्तु अलग हो जाए, तो उसे अपादान-कारक कहते हैं। इसका चिह्न 'से' है।
जैसे-

पेड़ से पत्ते गिरते हैं।(पत्ते का अलगाव-पेड़ से)
छात्र कमरे से बाहर गया।(छात्र का अलगाव-कमरे से)

यहाँ, 'पेड़ से' और 'कमरे से' अपादानकारक है; क्योंकि गिरते समय पत्ते पेड़ से और जाते समय छात्र कमरे से अलग हो गए।