बलाघात और स्वराघात

बलाघात' शब्द, बल + आघात से बना है। शब्द उच्चारण के समय किसी खास स्वर पर बल देना, बलाघात या स्वराघात कहलाता है ।

इसके तीन भेद होते हैं

(1) वर्ण या अक्षर-बलाघात,

(2) शब्द-बलाघात और

(3) वाक्य-बलाघात ।

वर्ण या अक्षर बलाघात–किसी खास वर्ण या अक्षर पर पड़नेवाले बलाघात को वर्ण या अक्षर-बलाघात कहते हैं। जैसे—

(क) चला (वह स्कूल से चला) च' पर बलाघात है ।

(ख) चला (तू गाड़ी चला) - ' 'ला' पर बलाघात है।

शब्द-बलाघात-वाक्य में प्रयुक्त किसी खास शब्द पर विशेष बल देना, शब्द-बलाघात कहलाता है। इससे अर्थ में अंतर आता है। जैसे—

(क) तुम नहीं पढ़ोगे। (किसी शब्द पर विशेष बल नहीं है

(ख) तुम नहीं पढ़ोगे ? ('नहीं' शब्द पर विशेष बलाघात है।)

वाक्य बलाघात शब्द-बलाघात से वाक्य-बलाघात अधिक अर्थपूर्ण होता है। जैसे—

(क) आज मैं गीता पढूँगा। (कल किसी अन्य व्यक्ति ने गीता पढ़ने का काम किया था।)

(ख) आज मैं गीता पढूँगा। (कल मैंने कुछ और पढ़ा था, आज गीता पढूँगा ।)