विराम-चिह्न - (Punctuation Marks in Hindi)
विराम का अर्थ होता है— ठहराव । लिखते समय या बोलते समय यदि विराम न हो, तो पाठक या श्रोता को भाषा के सम्यक् ज्ञान में कठिनाई होती है। एक ही वाक्य के कई अर्थ निकल सकते हैं। वह भ्रमित हो सकता है। जैसे–
उसे रोको, मत जाने दो। (रोकने की बात है।)
उसे रोको मत, जाने दो। (जाने की बात है।)
उपर्युक्त दोनों वाक्यों के अर्थ में जो अंतर दिख रहा है वह सिर्फ विरामचिह्नों के प्रयोग के कारण है। इसी प्रकार अन्य विराम-चिह्नों के प्रयोग से भी भाव में अंतर आता है। अतः विभिन्न विराम-चिह्नों और उनके प्रयोग को अच्छी तरह समझना चाहिए। कुछ प्रमुख विराम-चिह्नों के नाम इस प्रकार हैं जिनके प्रयोग की चर्चा आगे के पाठ में की गई है—
- (,) — अल्पविराम (Comma)
- (;) — अर्द्धविराम (Semi Colon)
- (।) — पूर्णविराम (Full Stop)
- (:) — उपविराम (Colon)
- (?) — प्रश्नवाचक चिह्न (Mark Of Interrogation)
- (!) — विस्मयादिबोधक-चिह्न (Mark Of Exclamation)
- (-) — संयोजक- चिह्न (Hyphen)
- (" ") या (' ') — उद्धरण-चिह्न (Inverted Commas)
- (()) या ([]) — कोष्ठक-चिह्न (Bracket)
- (–) — निर्देश-चिह्न (Dash)
- (...) या (xxx) — लोप-चिह्न (Mark Of Elipses)
- (.) — लाघव-चिह्न (Mark Of Abbreviation)
- (""") — पुनरुक्ति-चिह्न (Mark Of Repetition)
- (^) — त्रुटि-चिह्न (Mark Of Omission)
- (:—) — विवरण-चिह्न (Colon-Dash)