सम्बोधनकारक - अर्थ एवं प्रयोग - (उदाहरण-सहित)
संबोधनकारक— जिस संज्ञा से किसी के पुकारने या संबोधन का बोध हो, उसे संबोधनकारक कहते हैं। इसके चिह्न हैं– हे, अरे, अजी, ऐ, ओ, आदि।
जैसे–
- हे ईश्वर, मेरी सहायता करो।
- अरे दोस्त, जरा इधर आओ।
यहाँ, 'हे ईश्वर'और 'अरे दोस्त'संबोधनकारक हैं। कभी-कभी संबोधनकारक के नहीं रहने पर भी संबोधन व्यक्त होता है।
जैसे–
- मोहन, जरा इधर आओ।
- मित्रो, समय आ गया है।
- भगवान्, मुझे बचाओ।
- बहनो, आप अपनी शक्ति पहचानें।