बहुविकल्पीय प्रश्न (उत्तर सहित) - पृष्ठ 127
1. 'सन्देसनि मधुबन-कूप भरे' में कौन-सा अलंकार है?
उपमा
अनुप्रास
इनमें से कोई नहीं
अतिशयोक्ति
2. "अम्बर-पनघट में डुबो रही, तारा-घट ऊषा-नागरी" में कौन-सा अलंकार है?
उपमा
उत्प्रेक्षा
यमक
रूपक
3. 'उदित उदय-गिरि मंच पर रघुबर बाल पतंग' में कौन-सा अलंकार है?
रूपक
श्लेष
अतिशयोक्ति
व्यतिरेक
4. 'खिली हुई हवा आई फिरकी सी आई, चली गई' पंक्ति में कौन- सा अलंकार है?
उत्प्रेक्षा
यमक
संभावना
उपमा
5. "पापी मनुज भी आज मुख से, राम नाम निकालते" इस काव्य पंक्ति में कौन - सा अलंकार है?
विरोधाभास अलंकार
दृष्टांत अलंकार
विभावना अलंकार
विशेषोक्ति अलंकार
6. "दिवसावसान का समय मेघमय, आसमान से उतर रही है, वह संध्या सुन्दरी परी-सी धीरे-धीरे-धीरे।" उपरोक्त पंक्तियों में कौन - सा अलंकार है?
उपमा अलंकार
मानवीकरण अलंकार
विभावना अलंकार
उत्प्रेक्षा अलंकार
7. "तरनि तनूजा तर तमाल तरुवर बहु छाए।" उपरोक्त पंक्तियों में कौन-सा अलंकार है?
अनुप्रास अलंकार
श्लेष अलंकार
यमक अलंकार
उपमा अलंकार
8. 'अब अलि रही गुलाब में, अपत कँटीली डार।' उपरोक्त पंक्ति में कौन- सा अलंकार है?
अन्योक्ति अलंकार
मानवीकरण अलंकार
विशेषोक्ति अलंकार
अतिशयोक्ति अलंकार
9. 'जेते तुम तारे, तेते नभ में न तारे हैं।' उपरोक्त पंक्तियों में कौन- सा अलंकार है?
यमक
उत्प्रेक्षा
उपमसा
संभावना
10. 'केकी रव की नुपूर ध्वनि सुन जगती जगती की भूख प्यास' में अलंकार है
यमक
अन्योक्ति
दृष्टान्त
श्लेष
11. 'विरमौ-विरमौ तात तनिक, अव सुनन हेतु बल नाहिं' में अलंकार है
श्लेष
वीप्सा
यमक
अनुप्रास
12. कै कै कारन रोवै बाला। जनु टूटै मोतिन्ह कै माला।। उपरोक्त पंक्ति में अलंकार है -
रूपक
उपमा
उत्प्रेक्षा
सन्देह
